क्लॉकवर्क की तरह ट्राई ने भी टेलीकॉम सब्सक्रिप्शन रिपोर्ट जारी की है। यह अप्रैल महीने की है। रिपोर्ट में सामने आया है कि मार्च महीने के मुकाबले अप्रैल में टेलीफोन सब्सक्राइबर की संख्या में 4.85 फीसदी की गिरावट आई है। मार्च के आखिरी में यह संख्या जहां 120.662 करोड़ थी, वहीं अप्रैल में यह संख्या गिरकर 114.771 करोड़ हो गई। एक तरफ जहां सब्सक्राइबर की कुल संख्या गिरी है, वहीं Reliance Jio ने अपनी रफ्तार बनाए रखी है। अप्रैल में कंपनी ने 96 लाख सब्सक्राइबर जोड़े। यह संख्या मार्च में जोड़े गए (94 लाख) सब्क्राइबर से ज्यादा है।
ट्राई की रिपोर्ट कहती है कि आइडिया ने 55 लाख, एयरटेल ने 45 लाख सब्सक्राइबर अप्रैल महीने में 'कमाए'। बीएसएनएल ने 7 लाख सब्सक्राइबर अप्रैल महीने में जोड़े। मार्च में वोडाफोन ने मार्च महीने में 5 लाख सब्सक्राइबर का नुकसान उठाया। रिलायंस जियो का 'दबदबा' कायम है। एयरटेल की बात करें तो अभी भी वायरलेस सब्सक्राइबर मार्केट में इसका सबसे बड़ा शेयर (27.44 फीसदी) है। वोडाफोन इस सूची में 19.74 फीसदी, आइडिया 19.27 फसदी मार्केट शेयर के साथ कायम है। जियो इस सूची में 17.44 फीसदी की हिस्सेदारी रखती है।
अब आते हैं ब्रॉडबैंड पर। ट्राई ने 512केबीपीएस से तेज़ रफ्तार से इंटरनेट सेवा देने वालों का ब्यौरा दिया है। इसमें वायर्ड सब्सक्राइबर, मोबाइल डिवाइस सब्सक्राइबर और फिक्स वायरलेस सब्सक्राइबर शामिल हैं। मार्च के अंत में जहां सब्सक्राइबर 41.260 करोड़ थे, वहीं, अप्रैल के अंत में इनकी संख्या 41.979 करोड़ हो गई है। यानी, 1.74 फीसदी की मासिक बढ़त मिली है। ब्रॉडबैंड सेगमेंट में जियो के 19.619 करोड़ सब्सक्राइबर हैं। इसके बाद एयरटेल, वोडाफोन और आइडिया ने जगह बनाई है। अप्रैल महीने में जियो अकेले ब्रॉडबैंड मार्केट शेयर में 46.74 फीसदी की हिस्सेदारी पर कायम है।
वायर्ड ब्रॉडबैंड सेगमेंट की बात करें तो बीएसएनएल का जलवा बरकरार है। सूची में दूसरे नंबर पर है एयरटेल। बता दें कि सभी जियो सब्क्राइबर वायरलेस ब्रॉडबैंड सेगमेंट के खाते में हैं, जिससे कंपनी ने बढ़त बनाए रखी है।